संवाददाता सुरेंद्र पाल सिंह (उत्तरकाशी)
उत्तरकाशी जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने अधिकारियों को आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा है कि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम सहित यात्रा मार्गों और प्रमुख पड़ावों पर यात्री सुविधा से संबंधित अवस्थापना कार्यों को प्राथमिकता दी जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में सहित प्रमुख स्थानों पर उच्च क्षमता व गुणवत्ता की हाईमास्ट लाईट लगाने के साथ ही सीसीटीवी नेटवर्क से केन्द्रीयकृत निगरानी की व्यवस्था कराई जाएगी।
जिला मुख्यालय पर यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभागों की बैठक लेकर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान बिष्ट ने आगामी चारधाम यात्रा हेतु विभागों के द्वारा जिले में किए जा रहे कार्यों की प्रगति की जानकारी लेने के साथ प्रस्तावित कार्यों पर भी विचार-विमर्श किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में आने वाले श्रद्धालु यहां से अच्छा अनुभव लेकर जांये, इसके लिए सभी विभागों और संगठनों को प्रतिबद्धता व तत्परता से काम करना होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रियों की सुविधाओं के लिए उच्चगुणवत्ता के स्थायी प्रवित्त काम प्राथमिकता से कराए जांय। उन्होंने धामों व यात्रा मार्गों पर निर्माण व अनुरक्षण से जुड़े कार्य समय से पूरा करने की हिदायत देते हुए कहा कि इस कार्यों के लिए आवश्यकता पड़ने पर संबंधित विभागों को अतिरिक्त धनराशि भी स्वीकृत की जाएगी। सड़कों की स्थिति सुधारे जाने के साथ ही अन्य जन-सुविधाओं की मुकम्मल व्यवस्था किए जाने पर जोर देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा मार्गों पर स्थाई और स्तरीय टॉयलेट्स की ही स्थापना की जाय।
जिलाधिकारी ने यमुनोत्री मार्ग पर जानकीचट्टी, बड़कोट और नौगांव स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृहों की स्थिति सुधारे जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए आवश्यक धनराशि तुरंत उपलब्ध करा दी जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि है। यमुनोत्री, जानकीचट्टी हाईमास्ट लाईट की स्थापना हेतु धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है। जिलाधिकारी ने गंगोत्री व हीना पार्किग स्थल में भी हाईमास्ट लाईट लगाने के लिए धनावंटन हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कहा कि जिला मुख्यालय स्थित रामलीला मैदान एवं अन्य प्रमुख स्थानों पर भी इस तरह की लाईट्स लगाने के लिए संबंधित निकाय व विभाग विशेष ध्यान दें।
जिलाधिकारी ने कहा कि गंगोत्री-यमुनोत्री धाम सहित प्रमुख पड़ावों व पार्किंग स्थलों को सीसीटीवी के केन्द्रीयकृत नेटवर्क की व्यवस्था की जानी जरूरी है। इस पूरे नेटवर्क की निगरानी जिला मुख्यालय स्थिति नियंत्रण कक्ष से की जाय, जिससे यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था व यातायात तथा पार्किंग प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के संपादन में सुगमता होगी। पुलिस विभाग सहित आपदा प्रबंधन विभाग व संगठन इस नेटवर्क की स्थापना में सहयोग करेंगे।
जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग पर स्वास्थ्य विभाग की दो एफमआर पोस्ट बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए आवश्यक धनराशि शीघ्र स्वीकृत कर दी जाएगी। उन्होंने यात्रियों को ढोने वाले घोड़ा-खच्चरों का अनिवार्य मेडीकल जांच व पंजीकरण की ठोस व्यवस्था किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि जानकीचट्टी में वेटरनरी मेडीकल पोस्ट का लिए स्थाई निर्माण किया जाय। इसके लिए पुलिस चौकी या अन्य किसी उपयुक्त जगह पर स्थान तलाशकर प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस पोस्ट निर्माण के लिए जरूरी धनराशि विभाग को उपलब्ध करा दी जाएगी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बीके तिवारी, उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेशचंद रमोला, उपजिलाधिकारी डुंडा नवाजिश खलीक, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बीएस रावत, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.सीवी जोशी, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल मनोज गुसांई, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एलसी रमोला, अधिशासी अभियंता लोनिनि रजनीश कुमार, मनोहर सिंह धर्मूसक्तू, एनएच के अधिशासी अभियंता राजेश पंत, जिला पर्यटन अधिकारी कमल किशोर जोशी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल, सहित बीआरओ एवं अन्य संगठनों व विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।