देश के प्रथम सी.डी.एस जनरल विपिन रावत की पुण्य स्मृति में हुआ रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य शिविर और गोष्ठी का आयोजन

संदीप बिष्ट
कोटद्वार। देवभूमि विकास संस्थान द्वारा नगर निगम कोटद्वार स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज , कोटद्वार में देश के प्रथम सी.डी.एस जनरल विपिन रावत की पुण्य स्मृति में रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य शिविर और गोष्ठी का आयोजन किया गया। जनरल बिपिन रावत की पुण्यस्मृति में रक्तदान एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ जिसमे 70 रक्तवीरों ने रक्तदान द्वारा दूसरों के जीवन को बचाने के लिए पंजीकरण करवाया जिसमे 50 रक्तदानी ही रक्तदान कर जनरल बिपिन रावत को रक्तांजलि देने में सफल हुए।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रक्तदान करने वाले युवाओं का हौसला बढ़ाया और उनकी सराहना की। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने विभिन्न बीमारियों, दुर्घटनाओं, गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के दौरान तथा खून की कमी से जूझ रहे थैलेसीमिया और हिमोफीलिया जैसे रोगों में बड़ी संख्या में रक्त की जरूरत होती है तथा कई बार अस्पताल एवं ब्लड बैंक में रक्तदान की उपलब्धता ना होने के कारण मरीजों और उनके परिजनों को बड़े संकट से जूझना पड़ता है। ऐसी स्थिति में स्वैच्छिक रक्तदान कर इन दिक्कतों से उभरा जा सकता है।

वहीँ रक्तदान शिविर में नन्हें बच्चे अथर्व बिष्ट एवं वरिष्ठ समाज सेवी एवं बाल भारती सीनियर सेकंडरी स्कूल के प्रबंधक गिरिराज सिंह रावत और रक्तपुरष दलजीत सिंह तथा प्रणिता कंडवाल ने भी रक्तदान के लिए रक्तवीरों का हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर मातृशक्ति से लेकर युवा वर्ग ने रक्तदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

नगर निगम सभारगार में सीडीएस जनरल विपिन रावत की पुण्यस्मृति में गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे वक्ताओं द्वारा जनरल विपिन रावत के देश के प्रति किए कार्यों पर विचार व्यक्त किये गए। गोष्ठी कार्यक्रम में जनरल विपिन रावत की छोटी पुत्री तारिणी रावत मौजूद रही। कार्यक्रम में समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज सेवियों को सम्मानित किया गया। गोष्ठी के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने जनरल विपिन कुमार को याद करते हुए कहा की जनरल रावत, जो एक दूरदर्शी सैनिक एवं विद्वान सैनिक तथा सैन्य सुधारक होने के साथ-साथ, अपनी व्यावसायिकता, सिद्धांतों, दृढ़ विश्वास और निर्णायकता के लिए जाने जाते थे। चार दशकों से अधिक लंबे सेवा काल के दौरान जनरल रावत की सैन्य और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की उपलब्धियां उल्लेखनीय रही। कहा की उत्तराखण्ड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है तथा भारतीय सेना के गौरवमयी इतिहास में उत्तराखण्ड के सैनिकों का विशिष्ट योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत की मातृभूमि के लिए चार दशकों की निःस्वार्थ सेवा असाधारण वीरता और रणनीतिक कौशल से परिपूर्ण रही। वहीं कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बिपिन रावत को याद करते हुए कहा की देश की सुरक्षा के लिए जनरल रावत ने महान योगदान दिया। देश की सीमाओं की सुरक्षा एवं देश की रक्षा के लिए उनके द्वारा लिए गए साहसिक निर्णयों एवं सैन्य बलों के मनोबल को सदैव ऊंचा बनाए रखने के लिए उनके द्वारा दिए गए योगदान को देश सदैव याद रखेगा। कहा की सीडीएस जनरल बिपिन रावत की परवरिश उत्तराखंड के छोटे से गांव में हुई फिर भी वह अपनी विलक्षण प्रतिभा, परिश्रम तथा अदम्य साहस एवं शौर्य के बल पर सेना के सर्वोच्च पद पर आसीन हुए ।
इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल जयवीर सिंह नेगी, जनरल बिपिन रावत की सुपुत्री तारिणी रावत, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र रावत, लैंसडोन विधायक महंत दिलीप , विधायक डोईवाला बृज भूषण गैरोला, देहरादून निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा,राज्यमंत्री राजेंद्र अंथवाल, मंडी अध्यक्ष सुमन कोटनाला आदि मौजूद रहे।

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