सभी उप जिलाधिकारियों, खंड विकास अधिकारियों और नगर निकायों के अधिकारियों को एक बार पुनः निराश्रित गौसदन के सर्वे को सत्यापित करने के निर्देश भी दिए।
संदीप बिष्ट
कोटद्वार। राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल और जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ आशीष चौहान की संयुक्त अध्यक्षता में निराश्रित गौवंश तथा गौ सदनो की स्थापना व संचालन के संबंध में त्रैमासिक वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों, खंड विकास अधिकारियों और नगर निकाय के अधिकारियों को निर्देशित किया कि पशुपालन विभाग द्वारा निराश्रित गौ सदन और लाभकारी पशुधन के पूर्व के सर्वे को एक बार पुनः सत्यापित करें तथा गौ सदनों की स्थापना के लिए ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में ऐसी भूमि का चयन करें जो गोचर भूमि के आस-पास हो तथा जहां पर उचित आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो, विद्युत व्यवस्था हो तथा पेयजल की भी उचित व्यवस्था हो तथा चारापत्ति भी आसानी से उपलब्ध हो सके।
निर्देशित किया कि गौ सदनों की स्थापना हेतु आवेदन करने वाले गैर-लाभकारी संगठनों के आवेदनों का उचित परीक्षण करते हुए मानक के अनुसार निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप गौ सदन की स्थापना और संचालन सुनिश्चित करें । जिलाधिकारी ने कहा कि जो भी गैर सरकारी संगठन अथवा संस्था गौ सदन के स्थापना के लिए आवेदन करती है तो उनसे गौ सदनों की स्थापना से संबंधित मानकों के प्रावधानों का अनुपालन करवाएं , जिससे पशुधन की भी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और पशुधन का सार्वजनिक हित में बेहतर उपयोगी भी सुनिश्चित हो सके ।
इस दौरान राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल ने कहा कि निराश्रित पशुधन के अंतर्गत निराश्रित नंदी की भी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए तथा किसी भी बीमार पशुधन के पालन के लिए गैर सरकारी संगठनों अथवा संस्थाओं के माध्यम से उचित व्यवस्था करवाई जाए।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडेय, नगर आयुक्त कोटद्वार वैभव गुप्ता, उप जिलाधिकारी आकाश जोशी, अजयवीर सिंह, संदीप कुमार व प्रमोद कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी और कार्मिक उपस्थित रहे।