उत्तराखंड में अब आम जनता के लिए जन्म-मृत्यु पंजीकरण प्रक्रिया सरल बनाने की जाएगी। इसके साथ ही जाली प्रमाण-पत्र बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उत्तराखंड की मुख्य सचिव ने इसे लेकर संबंधित विभागों के अधिकारीयों को निर्देश दिए हैं।
जाली प्रमाण-पत्रों के मामलों में कार्रवाई के दिए निर्देश
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सोमवार को राज्य में चल रहे जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्य की सचिवालय में सभी संबंधित विभागों के साथ समीक्षा की। उन्होंने जाली प्रमाण-पत्रों के मामलों में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएस ने आम जनता के लिए जन्म-मृत्यु पंजीकरण प्रक्रिया सरल बनाने के निर्देश दिए।
जन्म-मृत्यु पंजीकरण करा रहे हैं तो जाएं सतर्क
राधा रतूड़ी ने कहा कि जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं स्कूल में दाखिला, विधवा पेंशन प्राप्त करने, जीवन बीमा की राशि लेने के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हैं। सीएस ने कहा कि कभी-कभी कुछ लोग जालसाजों के झांसे में आकर मोटी धनराशि देकर जाली प्रमाणपत्र प्राप्त कर लेते हैं। जिन्हें बाद में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
इस पोर्टल पर करें आवेदन
सीएस ने कहा जन्म-मृत्यु पंजीकरण की भारत सरकार की अधिकारिक वेबसाइट से मिलती जुलती जाली वेबसाइट के मामले भी संज्ञान में आए हैं। उन्होंने कहा कि जालसाजों से सचेत रहने की जरूरत है। भारत सरकार द्वारा एक नया पोर्टल dc.crsorgi.gov.in लांच कर दिया गया है। इसके माध्यम से परिवार का कोई भी सदस्य पोर्टल पर अपनी आईडी बनाकर परिवार में होने वाले जन्म-मृत्यु पंजीकरण के लिए घर बैठे आवेदन कर सकता है