चमोली। बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत ने धाम की प्रह्लाद धारा और कुर्म धारा को पौराणिक स्वरूप में लाने की मांग की है। पंचायत में पदाधिकारियों ने कहा कि धाम में मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे निर्माण कार्य से प्रह्लाद धारा, कुर्म धारा, शेषनेत्र आदि पौराणिक धार्मिक स्थलों को भारी नुकसान पहुंचाया गया है।
चमोली के पाखी में आयोजित श्री बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत की बैठक आशुतोष डिमरी की अध्यक्षता मे संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने जिलाधिकारी के माध्यम से शासन से मांग की गई कि डिमरी पुजारियों सहित सभी हक हकुकधारियों को मंदिर के समीप आवासीय भवन उपलब्ध करवाए जाएं। जिससे यथा समय मंदिर की पूजा व्यवस्थाएं संपादित हो सके। बैठक में सदस्यों ने भारी नाराजगी जताई कि मंदिर परिसर में लक्ष्मी मंदिर, कामधैनू, चरणामृत आदि पूजा स्थलों में बिना छत के बरसात का पानी टपकने से पुजारियों और तीर्थयात्रियों को पूजा और दर्शन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सदस्यों ने कहा कि पिछले वर्षों से गाड़ूघड़ा तेलकलश यात्रा और नारद उत्सव में दी जाने वाली सहयोग राशि का भुगतान करने की मांग मंदिर समिति से की है। आगामी माह में आयोजित होने वाले नारद उत्सव की सूचना समय पर दी जाने की मांग की है। जिससे नारद उत्सव को भव्य रुप से मनाया जा सके। मंदिर समिति के पूर्व सदस्य हरीश डिमरी ने कहा कि मंदिर समिति बदरीनाथ धाम में मंदिर समिति पुजारियों और हकहकूक धारियों के अधिकारों पर अतिक्रमण करने का षड़यंत्र कर रही है। बैठक मे उपाध्यक्ष भाष्कर डिमरी, सचिव भगवती प्रसाद डिमरी, डिम्मर-उमट्टा पंचायत के सरपंच विजयराम डिमरी, रविग्राम- पाखी पंचायत के सरपंच भोला प्रसाद डिमरी, महेश प्रसाद, हर्षवर्धन डिमरी, गोवर्धन प्रसाद, प्रकाश चंद्र डिमरी, प्रभुकांत डिमरी, शैलेंद्र प्रसाद, ओम प्रकाश, नरेश चंद्र, हरीश डिमरी, कमलेश डिमरी, मदन प्रसाद आदि मौजूद थे।