- मानक के उल्लंघन में 1 मेडिकल स्टोर किया गया सीज और 6 पर कार्यवाही की तैयारी
- अवैध शराब और नशाखोरी से जुड़े 7 व्यक्तियों को अब तक किया गया जिला बदर और 15 के विरुद्ध गुण्डा एक्ट के तहत की गई कार्यवाही
संदीप बिष्ट
पौड़ी। जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ0 आशीष चौहान की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद एन्कोर्ड (नार्कोटिक्स कौर्डिनेशन) समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग और राजस्व विभाग ने जिलाधिकारी के समक्ष एनफोर्समेंट की कार्यवाही का विवरण प्रस्तुत किया। स्वास्थ्य विभाग ने नैनीडांडा स्थित अवैध रूप से संचालित मेडिकल स्टोर को सीज करने तथा 6 अन्य मेडिकल स्टोर पर लाइसेंस उल्लंघन एवं मानकों के विपरीत कार्य करने पर कार्यवाही करने की बात जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत की। वहीँ पुलिस विभाग ने शराब और नशे से जुड़े हुए 7 लोगों को जिला बदर तथा 15 के विरुद्ध गुण्डा एक्ट के अंतर्गत वैधानिक कार्यवाही की जानकारी दी। वहीँ जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग द्वारा नशा के विरुद्ध विभागीय एन्फोर्समेंट की कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए कहा कि जनपद को नशामुक्त बनाने के लिए कड़े कदम उठाने तथा बिना सीसीटीवी कैमरा के संचालित ऐसे 57 मेडिकल स्टोर पर तत्काल सीसीटीवी कैमरा लगवाने की सक्त चेतावनी जारी की।
साथ ही नशे की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों की लगातार निगरानी तथा स्थानीय लोगों की मदद से नशे के कारोबार में संलिप्तों तक पहुंचने के लिए लगातार अभियान चलाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने समाज कल्याण विभाग को नशामुक्ति के प्रति आम जनमानस को प्रचार-प्रसार सामाग्री तथा विजुअल माध्यम से जागरूक करने तथा वन विभाग को वन क्षेत्रों में नशे से जुड़ी गतिविधियों एवं किसी भी तरह के उत्पादन को समूल रूप से नष्ट करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने नशे को समाज के घातक बताते हुए इससे छुटकारा पाने के लिए जागरूकता के साथ-साथ ठोस वैधानिक कदम उठाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी कोटद्वार को लगातार अनुपस्थित रहने वाले औंषधि निरीक्षक, कोटद्वार के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने को निर्देशित किया। बैठक में वर्चुअल माध्यम से वरिष्ट पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे तथा विभिन्न क्षेत्रों से उपजिलाधिकारी उपस्थित रहे।