तोलयूंडांडा रिखणीखाल के ग्रामीणों ने लिए गिद्ध संरक्षण का संकल्प

संदीप बिष्ट
रिखणीखाल। गिद्ध दिवस के अवसर पर गिद्ध मार्ग गांव तोलयूंडांडा रिखणीखाल पौड़ी गढ़वाल में गिद्ध बचाव गोष्ठी का आयोजन किया गया। गिद्ध गोष्ठी का आयोजन गिद्ध को विलुप्त होने से बचाने एवं उनकी संख्या में वृद्धि के उद्देश्य से किया गया। वर्ष 2010 से प्रतिवर्ष अनेकों गाँवों में भ्रमण कर गिद्ध संरक्षण के लिए प्रयासरत शिक्षक दिनेश चन्द्र कुकरेती ने ग्रामीणों को जानकारी दी कि कीटनाशक के प्रयोग से ही गिद्धों के झुंड के झुंड समाप्त हुए हैं तथा वनाग्नि , भोजन की कमी ने इनको अत्यधिक प्रभावित हुए है। कहा की वर्तमान में 10 प्रजातियों में से 3 प्रजाति इस क्षेत्र में देखी जा सकती है। जिनमेँ अधिकतर का रंग खाकी है। कहा की मार्च माह में120 से अधिक गिद्धों का झुंड इस क्षेत्र में देखा गया है और इनके संरक्षण की जिम्मेदारी अब हम सभी की है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान तोलयूँडांडा हरेन्द्र सिंह रावत ने ग्रामीणों को गिद्ध पक्षी को बचाने के लिए आगे आने का आह्वान किया। वहीं जनता इण्टर कॉलेज चैनपुर के प्रधानाचार्य धनपाल सिंह रावत ने कहा हमारे क्षेत्र में पक्षियों की बहुत से प्रजाति है और हमे उन सभी प्रजातियों के पक्षियों के संरक्षण के लिए शिक्षक दिनेश चंद्र कुकरेती के साथ मिलकर कार्य करना होगा।
गोष्ठी में प्रेम सिंह रावत ने कहा कि शिक्षक कुकरेती कई वर्षों से पक्षियों को बचाने का कार्य कर रहे हैं आज इस गोष्ठी से विश्वास है कि ग्रामीण जागरूक होकर गिद्ध के साथ साथ सभी पक्षियों को बचाने का कार्य करेंगे। इस अवसर पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय तोलयूं डांडा के प्रधानाध्यापक लक्ष्मण सिंह रावत ने विद्यालय स्तर पर बच्चों को पक्षियों के महत्व के विषय में जानकारी प्रदान की। वहीं शिक्षक संदीप रावत ने गिद्ध के धार्मिक महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर राजदर्शन मैंदोला ,अर्जुन सिंह, प्रेम सिंह ,संतन सिंह रावत ,कृष्णा देवी, गीता देवी, सुरजी देवी,कांति रावत,दिगपाल सिंह, प्रियंका देवी,आरती देवी,रेनू देवी,दीपा देवी,जमोत्री देवी सहित बड़ी संख्या में ग्रमीण उपस्थित रहे।

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