संदीप बिष्ट
हरिद्वार। विलेज डेवलपमेंट सोसाइटी, भगवानपुर एवं फोर्सेज के सहयोग से ग्राम डाडा जलालपुर क्षेत्र में प्रारंभिक बाल देखरेख और विकास पर सामुदायिक चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 32 महिलाओं एवं पुरुषों ने भाग लिया। बैठक के दौरान आंगनवाड़ी केंद्र में मिलने वाली सुविधाओं एवं समस्याओं के बारे में चर्चा की गई।
जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकत्री,धात्री एवं गर्वती महिलाओं तथा बच्चों को मिलने वाले लाभ व योजनाओं के बारे में अवगत कराया गया। आंगनवाड़ी कार्यकत्री बबीता ने जानकारी दी कि आंगनवाड़ी केंद्रों में स्थान कम होने के कारण बच्चे ज्यादा समय आंगनवाड़ी में नहीं देते हैं। कहा की आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों के बैठने व खेलने कि समुचित सामग्री भी उपलब्ध नहीं है। मीरा आंगनवाड़ी कार्यकत्री ने जानकारी दी की आंगनवाड़ी केंद्रों में पंखा ,पानी ,शौचालय तथा मनोरंजन के साधन नहीं है जिस कारण बच्चे आंगनवाड़ी केंद्रों में नहीं आते हैं। आंगनवाड़ी कार्यकत्री विद्यावती का कहना है कि बच्चों को खाद्य सामग्री उनके पसंद के अनुरूप मिलनी चाहिए, ताकि बच्चे उस खाद्य सामग्री को चाव से खा सके जैसे केले के चिप्स और उसी प्रकार की पोस्टिक सामग्री मिलनी चाहिए। आंगनवाड़ी कार्यकत्री बब्लेश रानी ने जानकारी दी कि प्रत्येक आंगनबाड़ी के पास अपना अलग आंगनवाड़ी केंद्र होना चाहिए जिसमे केंद्र में पहुँचने के लिए समुचित रास्ता भी हो ताकि बच्चों का केंद्र में अधिक आवागमन हो सके , बच्चों को समुचित खेल परिसर मिले तथा उनका सर्वागीण विकास हो पाए।
बैठक के दौरान गांव के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों की मिलाकर एक समिति का गठन करने का वाक्य भी सामने आया जिसमे केंद्र संचालक एवं साहिका ,बच्चों के माता-पिता, आशा एवं ए.एन.एम और पंचायत प्रतिनिधि को भी शामिल करने की बात की गई। यह भी बात निकल कर आई प्रारंभिक बाल देखरेख एवं उनके विकास को लेकर प्रतिमाह एक बैठक का आयोजन हो जिससे समिति द्वारा समस्याओं का समाधान किया जा सके।
बैठक में विलेज डेवलपमेंट सोसाइटी संस्था से निदेशक राज बहादुर सैनी एवं समस्त टीम आरती राणा ,काजल कश्यप, विपिन कुमार, डोली सैनी, प्रधानाध्यापक अंसार खा, नेहरू शर्मा, डॉक्टर शेर सिंह, रविंद्र कुमार ,सनी कुमार, कुंवर पाल सिंह, अभिजीत सिंह, जसपाल सिंह, प्रकाश सिंह ,लाखन सिंह, योगा प्रशिक्षक संजीव कुमार, पंचायत सदस्य भूपेंद्र कुमार ,मास्टर महेंद्र सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।