संवाददाता ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह (उत्तरकाशी)
उत्तरकाशी: जिले में चुनावी उत्सव की धूम है, और इस बार विशेष उत्साह का कारण बनी हैं प्रियंका। 27 वर्षीय प्रियंका, जिनकी शारीरिक लंबाई मात्र 64 सेमी है, ने अपने अटूट निश्चय के साथ मतदान करने की प्रतिबद्धता जताई है। उनका यह कदम न केवल उत्तरकाशी बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रियंका की यह अद्वितीय भागीदारी उनके जोश और जुनून को दर्शाती है, और यह दिखाती है कि शारीरिक बाधाएँ उनके लोकतंत्र में भाग लेने के उत्साह को कम नहीं कर सकतीं। उनकी यह भावना सभी मतदाताओं के लिए एक उदाहरण है कि कैसे हर व्यक्ति का वोट महत्वपूर्ण है और लोकतंत्र के महोत्सव में सभी की भागीदारी जरूरी है।
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आगामी 19 अप्रैल को होने वाले मतदान में प्रियंका की भागीदारी निश्चित रूप से अन्य मतदाताओं को भी प्रेरित करेगी और लोकतंत्र के इस पर्व को और भी खास बना देगी। प्रियंका का यह कदम उनके अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।
प्रियंका की यह अनोखी यात्रा उत्तरकाशी के बाड़ाहाट क्षेत्र से शुरू हुई, जहाँ उन्होंने अपनी माँ रामी देवी के साथ जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट से मुलाकात की। इस भेंट में प्रियंका ने अपने दृढ़ संकल्प का परिचय देते हुए आगामी मतदान में भाग लेने की अपनी इच्छा जताई। उनकी इस इच्छा में न केवल उनका निजी साहस झलकता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति की आवाज महत्वपूर्ण है।
प्रियंका की इस भागीदारी से यह संदेश जाता है कि चाहे शारीरिक चुनौतियाँ कितनी भी बड़ी क्यों न हों, अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। उनका यह कदम न केवल उनके लिए, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए एक मिसाल है।
उत्तरकाशी की इस विशेष मतदाता की कहानी ने निश्चित रूप से अन्य मतदाताओं को भी प्रेरित किया होगा और यह दिखाती है कि लोकतंत्र की असली शक्ति उसके नागरिकों की भागीदारी में निहित है। प्रियंका की यह यात्रा उनके अदम्य जीवन शक्ति और लोकतंत्र में उनके विश्वास को दर्शाती है। उनकी यह कहानी हम सभी को यह सिखाती है कि हर वोट कीमती है और हर वोट गिनती है।
प्रियंका की यह कहानी उत्तरकाशी जिले के नागरिकों के लिए एक अद्वितीय प्रेरणा स्रोत है। उनकी इच्छाशक्ति और संकल्प ने उन्हें एक अद्वितीय मतदाता बनाया है, जिसने अपनी व्यक्तिगत चुनौतियों को पार करके लोकतंत्र में भाग लेने का संकल्प लिया है।
क्षेत्र की निवासी प्रियंका की यह कहानी हमें यह भी याद दिलाती है कि हमारे समाज में हर एक व्यक्ति का योगदान महत्वपूर्ण है और हम सभी को अपने अधिकारों और कर्तव्यों का पूरा करना चाहिए।