संवाददाता ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह (उत्तरकाशी)
उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक, अर्पण यदुवंशी जी के निर्देशन में जनपद में ‘ऑपरेशन मुक्ति’ नामक एक अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत, प्रभारी एएचटीयू, उत्तरकाशी के नेतृत्व में ऑपरेशन मुक्ति टीम ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय नगाणी, गंगोरी में बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम के प्रति छात्रों को जागरूक किया। इस दौरान, पुलिस टीम ने बच्चों को पढ़ाई और खेलकूद के महत्व को समझाते हुए बालश्रम से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।
इस अभियान के दौरान, बच्चों को बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम के नकारात्मक प्रभावों के बारे में शिक्षित किया गया और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सचेत किया गया। टीम ने बच्चों को यह भी बताया कि कैसे शिक्षा उनके जीवन को बदल सकती है और उन्हें एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य की ओर ले जा सकती है।
ऑपरेशन मुक्ति टीम ने बच्चों को विभिन्न खेलों में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया, जिससे उनके शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिल सके। इसके अलावा, बच्चों को बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम से बचने के लिए उपयोगी टिप्स और सलाह भी दी गई।
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इस पहल का उद्देश्य बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में पलने-बढ़ने का अवसर प्रदान करना है। ऑपरेशन मुक्ति अभियान समाज में बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम के खिलाफ एक मजबूत संदेश भेजता है और इसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल देता है।
इस अभियान की सफलता के लिए, ऑपरेशन मुक्ति टीम ने समुदाय के सदस्यों और अभिभावकों के साथ भी संवाद स्थापित किया। उन्हें बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम के दीर्घकालिक प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई और उन्हें इसके खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया गया।
इसके अतिरिक्त, ऑपरेशन मुक्ति टीम ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए, बच्चों को स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा के अवसरों के प्रति जागरूक किया। टीम ने बच्चों को विभिन्न करियर विकल्पों और उनके लिए उपलब्ध संसाधनों के बारे में भी बताया।
ऑपरेशन मुक्ति का यह अभियान न केवल बच्चों को बल्कि पूरे समुदाय को बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम के खिलाफ सशक्त बनाने की दिशा में एक कदम है। इस प्रकार, यह अभियान समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।