संवाददाता सुरेंद्र पाल सिंह (उत्तरकाशी)
उत्तराखण्ड राज्य के दो प्रतिभाशाली और सिद्धहस्त शिल्पियों को उनके परम्परागत काष्ठ कला के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान के लिए वर्ष 2022-23 के “उत्तराखण्ड राज्य शिल्प रत्न” पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इन शिल्पियों का नाम है संतराम और सुमन लाल, जो जनपद उत्तरकाशी के ग्राम नाला सरतली, स्यालना और पैन्थर, ब्रह्मखाल के निवासी हैं। इन्होंने अपनी काष्ठ कला के माध्यम से राज्य की सांस्कृतिक विरासत को संजोया और प्रचारित किया है।
इन शिल्पियों का चयन जिला स्तरीय समिति द्वारा किया गया था, जिसमें जिला उद्योग केन्द्र, उत्तरकाशी के प्रबंधक अजय कुमार ने अध्यक्षता की थी। इसके बाद, राज्य स्तरीय समिति ने भी इन शिल्पियों को पुरस्कार देने के लिए अंतिम रूप से मंजूरी दी।
इन शिल्पियों को अपने पुरस्कार के साथ-साथ राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने अपने हाथों से अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र और एक लाख रुपये का चैक भी प्रदान किया। यह समारोह देहरादून के रेस कोर्स प्ले ग्राउण्ड में आयोजित “स्टेट हैण्डलूम एक्सपो / राज्य हथकरघा प्रदर्शनी” के उद्घाटन दिवस पर हुआ। मुख्यमंत्री जी ने इन शिल्पियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य के लिए गर्व की बात की है और उन्हें आगे भी ऐसे ही कला के प्रति समर्पित रहने का आह्वान किया।
उत्तराखण्ड राज्य शिल्प रत्न पुरस्कार का उद्देश्य राज्य के सिद्धहस्त शिल्पियों को परम्परागत शिल्पों के संरक्षण, संवर्धन तथा प्रोत्साहन हेतु सम्मानित करना है। इस पुरस्कार के लिए विभिन्न शिल्प क्षेत्रों के शिल्पियों का चयन किया जाता है।
इस बार के पुरस्कार के लिए जनपद उत्तरकाशी से काष्ठ कला के दो शिल्पियों का चयन हुआ है, जो अपनी काष्ठ कला के माध्यम से राज्य की सांस्कृतिक विरासत को संजोया और प्रचारित करते हैं।