संवाददाता सुरेंद्र पाल सिंह (उत्तरकाशी)
उत्तरकाशी डुंडा अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन एक ऐतिहासिक क्षण है, जिसका साक्षी बनना एक विशेष सौभाग्य है। इस अवसर पर श्रीमती मंजीरा देवी शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान ने भंडारे का आयोजन करके अपनी भक्ति और सेवा का परिचय दिया है।
संस्थान के प्रांगण में नागेश्वर महादेव मंदिर में हवन पूजा, रामायण पाठ और हनुमान चालीसा के माध्यम से भगवान राम को नमन किया गया है। संस्थान के निदेशक डॉक्टर हरिशंकर नौटियाल और चैयरमैन भगवन नौटियाल ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस कार्यक्रम में संस्थान के शिक्षक, छात्र, कर्मचारी और ग्रामीण लोगों ने भाग लिया। भंडारे में सभी को शुद्ध शाकाहारी भोजन परोसा गया। संस्थान ने इस तरह से भगवान राम के प्रति अपना प्रेम और श्रद्धा दिखाई है।
इस कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए, डॉक्टर हरिशंकर नौटियाल ने कहा, “हम सभी भगवान राम के भक्त हैं, और उनकी प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन हमारे लिए एक गर्व का पल है। हमने इस अवसर पर भंडारे का आयोजन करके उनकी कृपा का आभार व्यक्त किया है। हम चाहते हैं कि उनका आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ रहे, और हम अपने कार्य में निष्ठा और उत्साह के साथ आगे बढ़ें।”
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भगवन नौटियाल ने भी इस कार्यक्रम को सराहते हुए कहा, “यह एक ऐसा कार्यक्रम है, जिसमें हमने अपने संस्थान के साथ-साथ अपने ग्रामीण समुदाय को भी शामिल किया है। हमने उन्हें भंडारे में भोजन कराया, और उन्हें भगवान राम के बारे में जानकारी दी। हमने उन्हें यह भी बताया, कि भगवान राम हमारे आदर्श हैं, और हमें उनकी तरह मर्यादा, न्याय, धर्म और प्रेम का पालन करना चाहिए।”
इस कार्यक्रम को देखकर, ग्रामीण लोगों ने भी अपनी खुशी और संतुष्टि जाहिर की। एक ग्रामीण महिला ने कहा, “हमें बहुत अच्छा लगा, कि संस्थान ने हमें इस कार्यक्रम में शामिल किया। हमने भगवान राम की पूजा की, और उनकी कथा सुनी। हमने भंडारे में बहुत अच्छा खाना खाया, और हमें बहुत सम्मान मिला। हम इसके लिए संस्थान का बहुत आभारी हैं।”
इस प्रकार, श्रीमती मंजीरा देवी शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान ने अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष पर एक अद्भुत और अनोखा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था यह एक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जिसमें संस्थान के विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी और ग्रामीण लोगों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम को संस्थान के निदेशक, चैयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर और एडवोकेट ने संचालित किया।