
संवाददाता ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह (उत्तरकाशी)
उत्तरकाशी: वन क्षेत्राधिकारी बाराहाट एवं डुंडा रेंज द्वारा गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग चार धाम यात्रा एन एच 34 रुट पर चुंगी बड़ेथी से हिना मनेरी तक क्यूआरटी टीम के साथ एक अभियान चलाया गया।
इस अभियान में वन क्षेत्राधिकारी बाडाहाट और डुंण्डा बन रेंज ने अभियान में चढ़कर हिस्सा लिया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य था कि मोटर मार्ग में पढ़ने वाले व्यापारियों को कूड़ा, थर्माकोल और अन्य ज्वलनशील पदार्थों के सावधानीपूर्वक जलने के बारे में जागरूक किया जाए।
इसके अलावा, मोटर मार्ग में रुके हुए यात्रियों को भी सावधानीपूर्वक लकड़ी में खाना बनाने के बारे में जानकारी दी गई, ताकि जंगल क्षेत्र में आग न लग पाए।
बीड़ी और सिगरेट पीने वालों को भी सावधानीपूर्वक धूम्रपान करने की सलाह दी गई, ताकि किसी प्रकार की अग्नि दुर्घटना न हो सके।
इस प्रकार, दोनों वन क्षेत्राधिकारी ने क्यूआटी टीम के साथ चार धाम यात्रा के दौरान वनों की सुरक्षा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की।
इस अभियान के द्वारा, वन क्षेत्राधिकारीयो ने चार धाम यात्रा के दौरान वनों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उनकी यह पहल न केवल वनों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह वन जीवन की संरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण है।
वन क्षेत्राधिकारी डुंडा रेंज पूजा बिष्ट ने इस अभियान के माध्यम से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि वन संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है। वनों की सुरक्षा करने से हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ और स्वस्थ रख सकते हैं।
वन क्षेत्राधिकारी बाराहाट मुकेश रतूडी ने यात्रियों और व्यापारियों को यह भी समझाया कि वनों में आग लगने से कितनी बड़ी हानि हो सकती है। वनों में आग लगने से न केवल वन प्राणी हानि पहुंचते हैं, बल्कि यह हमारे पर्यावरण के लिए भी हानिकारक होता है।
इसलिए, हम सभी को वनों की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। हमें अपने आस-पास के वन क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए जितना संभव हो सके योगदान देना चाहिए।
वन क्षेत्राधिकारीयो की इस पहल का समर्थन करते हुए, सभी को वन संरक्षण में अपनी भागीदारी बढ़ानी चाहिए। इससे सभी लोग पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरा-भरा पर्यावरण छोड़ सकते हैं।