संवाददाता ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह (उत्तरकाशी)
उत्तरकाशी: थाना धरासू क्षेत्र में उत्तरकाशी पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने करीब 133 नाली भू-भाग पर अफीम की खेती को नष्ट किया। इस कार्रवाई में 12 भू-स्वामियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
ड्रग्स फ्री डेवभूमि-2025 को सफल बनाने के लिए पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, अर्पण यदुवंशी लगातार सक्रिय हैं। जनपद में नशे का जड़ से खात्मा करने के लिए उनके द्वारा जनपद पुलिस को एक्टिव मोड पर रखा गया है। नशे के विरुद्ध पुलिस द्वारा जनपद में जंग “उदयन” छेड़ रखी है, जिसके तहत पुलिस एक ओर नशे के अवैध कारोबार पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ नशे के आदि हो चुके युवकों की कांउसलिंग कर जीवन के मुख्यधारा से जोडने के प्रयास किये जा रहे हैं।
ड्रग्स फ्री डेवभूमि-2025 व मुहिम उदयन के अन्तर्गत मे पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी, प्रशान्त कुमार के निकट पर्यवेक्षण में कल 30.04.2024 को थाना धरासू क्षेत्र में उत्तरकाशी पुलिस, एसओजी व प्रशासन की टीम द्वारा नशे की जड़ पर प्रहार करते हुये प्रतिबन्धित/अवैध नशे की खेती पर कार्रवाई की गयी है।
प्रभारी निरीक्षक धरासू दिनेश कुमार, प्रभारी एसओजी उत्तरकाशी प्रकाश राणा एवं प्रभारी तहसीलदार मोहन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में धरासू पुलिस, एस0ओ0जी0 व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा सटीक जानकारी जुटाते हुये थाना धरासू के चौकी बनचौरा क्षेत्रान्तर्गत बनाड़ी गांव के गडगुलिया व भौतांण नामक तोक मे छापेमारी की गयी, इस दौरान टीम द्वारा 2.655 हेक्टेयर (करीब 133 नाली) भू-भाग पर पैदा की गयी प्रतिबन्धित अफीम / पोस्त की खेती का विनिष्टीकरण किया गया।
अफीम की पैदावार करने वाले 12 भूस्वामियों के विरुद्ध थाना धरासू पर NDPS Act की धारा 8/18 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। मामले में अन्य भूस्वामियों को भी चिन्हित किया जा रहा है, अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है।
SP उत्तरकाशी द्वारा बताया गया की जनपद के दूर-दराज के क्षेत्रों में प्रतिबन्धित/अवैध नशे की खेती की जाती है जिस पर हमारे द्वारा लगातार नष्टीकरण व रोकथाम की कार्यवाहियां की जा रही हैं, पिछले वर्ष उत्तरकाशी पुलिस द्वारा 1000 नाली से अधिक भू-भाग पर प्रतिबंधित अफीम व चरस की खेती को नष्ट किया गया था, कल फिर हमारी एस0ओ0जी0, थाना धरासू पुलिस व राजस्व की टीम द्वारा अफीम की अवैध खेती को नष्ट किया गया है,
अवैध नशे की गतिविधियों में लिप्त लोगों को बख्शा नहीं जायेगा। उत्तरकाशी पुलिस ने इसे अपनी प्राथमिकता बनाया है और इसे रोकने के लिए सभी संभव कदम उठा रही है।
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विवरण अभियुक्त गण बलदेव सिहं पुत्र गंगा सिंह, प्रेम सिहं पुत्र रतन सिंह, गोविन्द सिहं पुत्र महानन्द, जय सिहं पुत्र हरी सिंह, चैन सिहं पुत्र प्रेम सिंह, त्रेपन सिहं पुत्र दयाल सिंह, एलम सिंह पुत्र रतन सिंह, सूरत सिहं पुत्र टीकम सिंह, गुलाब सिंह पुत्र रवि सिंह, भीम सिहं पुत्र रति, अनूज कुमार पुत्र इन्द्र मोहन, प्रताप सिंह पुत्र धूम सिंह सभी निवासी गण ग्राम बनाड़ी थाना धरासू जनपद उत्तरकाशी।
पुलिस टीम में उ0 नि0 प्रकाश राणा- प्रभारी एस0 ओ0जी0, उ0 नि0 शशि राणा थाना धरासू, अ0उ0 नि0 ललिता प्रसाद जोशी, हे0 कानि0 विमल नेगी, हे0 कानि0 मुरारी पंवार, कानि0 अजय चन्देल, कानि0 अनूप कुमार, रि0 आरक्षी पंकज मेहर, रि0 आरक्षी नवनीत नौटियाल, रि0 आरक्षी रजत कैन्तुरा शामिल हैं। एस0 ओ0 जी0 टीम भी इसमें शामिल है।
राजस्व विभाग में मोहन सिंह बिष्ट-प्रभारी तहसीलदार और रा0 उ0 नि0 विनोद जगूडी शामिल हैं। इन सभी ने मिलकर इस कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
इस तरह, उत्तरकाशी पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने अफीम की अवैध खेती को नष्ट करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। इस कार्रवाई के बाद, नशे के खिलाफ जंग में एक नया अध्याय शुरू हुआ है। पुलिस और प्रशासन ने स्पष्ट रूप से दिखाया है कि वे नशे के खिलाफ जंग में कोई समझौता नहीं करेंगे। उनका लक्ष्य है कि उत्तरकाशी जिला और पूरा उत्तराखंड राज्य नशा-मुक्त हो। इस कार्रवाई के बाद, नशे के खिलाफ जंग की गतिविधियां और तेज हो गई हैं और इसे रोकने के लिए सभी संभव कदम उठाए जा रहे हैं। यह एक बड़ी चुनौती है, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने इसे अपनी प्राथमिकता बनाया है और इसे रोकने के लिए सभी संभव कदम उठा रहे हैं।