ग्रीन आर्मी देवभूमि उत्तराखंड के स्वयंसेवकों ने हरेला पर्व के अवसर पर रोपित पौधों के संरक्षण का संकल्प लिया
संदीप बिष्ट
कोटद्वार।
“आवा चला सभी डाली लगै ओला,
अपणु उत्तराखंड कु हरेला मनै ओला,
जन जिंदगी हैरू- भैरू रखण चांदा,
ऊनि प्रकृति थे भी हैरी-भैरि बणे ओला ।
जनु सभी रूपया पैसा कमाण चांदा,
ऊनि डाली रोप की पुण्य कमै ओला, आवा चला सभी डाली लगै ओला,
अपणु उत्तराखंड कु हरेला मनै ओला “ की थीम के साथ सावन मास के प्रथम सोमवार एवं प्रकृति के उपासना के लोकपर्व हरेला के उपलक्ष में ग्रीन आर्मी देवभूमि उत्तराखण्ड के स्वयंसेवकों ने कोटड़ीडांग में औषधीय एवं फलदार पौधों का रोपण किया।
हरेला पर्व उत्तराखंड के सभी लोगों के हृदय से जुड़ा हुआ पर्व है।
मनुष्य द्वारा प्रकृति से छेड़छाड़ का नतीजा जगह जगह पानी भरना , अतिवृष्टि ,भूस्खलन एवं भू कटाव की समस्या आज सब के सामने है और इसके बचाव का एक मात्र उपाय है पौधारोपण एवं उनका संरक्षण करना है। अधिक से अधिक पौधे लगने से मिट्टी का कटाव रुकेगा साथ ही पर्यावरण संतुलन भी बना रहेगा ।
इस उपलक्ष पर ग्रीन आर्मी के स्वयंसेवकों ने रोपित औषधीय एवं फलदार पौधे जैसे आवला, बेलपत्र एवं जामुन के पौधों का रोपण किया तथा प्रोढ़ावस्था तक अच्छे से उसकी देखरेख करने का जिम्मा भी लिया।
पौधा रोपण कार्यक्रम में ग्रीन आर्मी देवभूमि उत्तराखंड के अध्यक्ष शिवम् नेगी, संयोजक देवाशीष , उपाध्यक्ष पूजा बेलवाल, कोषाध्यक्ष उत्कर्ष नेगी, एवम अन्य स्वयंसेवक ज्योति सजवान, ममता डबराल, सतेंद्र गुसाईं अभिषेक राणा, संदीप रावत आदि ने सहयोग किया ।