हरिद्वार। राजकीय प्राथमिक शिक्षक एसोसिएशन ने सरकार से लक्सर और खानपुर को डूब क्षेत्र घोषित किए जाने की मांग की है। प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि से संपूर्ण क्षेत्र पानी में डूब गया है। जिस कारण आने जाने के सभी सड़कें ध्वस्त हो गई हैं।
प्राथमिक विद्यालय, सरकारी कार्यालय व बाजार में लगभग छह फीट पानी भर गया हैं। कई स्कूलों का रिकॉर्ड और मध्यान भोजन सामग्री पानी भरने के कारण खराब हो गई है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक एसोसिएशन ने सोमवार को इस संबंध में डीईओ बेसिक से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि लक्सर और खानपुर में जल भराव से अध्यापकों को स्कूल जाने के लिए कई-कई किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। इसलिए लक्सर और खानपुर तहसील क्षेत्र को डूब क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए।
कहा कि शिक्षा विभाग में शिक्षकों के लिए बनने वाली वार्षिक स्थानांतरण नीति में जनपद हरिद्वार के विकासखंड लक्सर और खानपुर को डूब क्षेत्र घोषित करते हुए स्थानांतरण नीति में शामिल कर शिक्षकों को वार्षिक स्थानांतरण में डूब क्षेत्र, दुर्गम क्षेत्र का लाभ मिलना चाहिए। महामंत्री दर्शन सिंह पंवार ने कहा कि अभी हाल ही में शिक्षकों के जो वार्षिक अनिवार्य स्थानांतरण हुए हैं और स्थानांतरण के बाद जो शिक्षक दुर्गम में अपने मूल विद्यालय में ही रहना चाहते हैं।
उनके स्थानांतरण आदेश को निरस्त करते हुए उनकी जगह पात्रता सूची के अगले क्रमांक के अध्यापकों का स्थानांतरण किया जाए। ताकि अध्यापकों को स्थानांतरण का लाभ मिल सके और पात्रता सूची के 15 प्रतिशत की सीमा भी पूरी हो सके। कहा कि अप्रैल 2023 में शिक्षकों की पदोन्नति हुई थी, पदोन्नति के बाद कई शिक्षकों ने अपने नई तैनाती विद्यालय में कार्यभार ग्रहण नहीं किया। जिस कारण शिक्षकों के कई पद रिक्त पड़े हुए हैं। पठन-पाठन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
इसलिए यथाशीघ्र पदोन्नत की प्रतीक्षा सूची जारी की जाए। ताकि शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ मिल सके और विद्यालय में अध्यापकों की पूर्ति होने के बाद छात्र-छात्राओं की शिक्षण व्यवस्था में सुधार हो सके।