संदीप बिष्ट
पौड़ी। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पौड़ी में स्तन कैंसर जागरूकता महाअभियान के अंतर्गत स्तन कैंसर को लेकर गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी के दौरान महिला कर्मियों को स्तन कैंसर के लक्षणों को लेकर सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिन का तरीका बताया गया। सीएमओ कार्यालय पौड़ी में आयोजित गोष्ठी में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.पारुल गोयल ने जानकारी दी कि स्तन कैंसर के लक्षणों में स्तन में गांठ, बगल में गांठ ,स्तन में दर्द, निप्पल से खून का रिसाव, स्तन में लाली या स्तन के ऊपर त्वचा के आकार व बनावट में बदलाव हो सकता है जिसके लिए महिलाओं को सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिन की जानकारी होनी चाहिए। कहा कि यदि किसी महिला को इन लक्षणों में किसी भी तरह की कोई परेशानी हो तो उसे तुरंत चिकित्सक को दिखाना चाहिए जिससे समय रहते स्तन कैंसर का पता चल सके और उपचार किया जा सके। कहा कि जिन महिलाओं की असंतुलित दिनचर्या, मोटापा, हार्मोंस में गड़बड़ी रहती है उन्हें स्तन कैंसर का खतरा अधिक रहता है। कहा कि हमारे देश में स्तन कैंसर मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है यदि स्तन कैंसर के बारे में जल्दी पता चल जाता है तो इसके इलाज की संभावना बढ़ जाती है। स्तन कैंसर से बचाव के लिए महिलाओं को अपने स्तनों की जांच समय-समय पर करते रहना चाहिए, मोनोपॉज के बाद भी स्तन कैंसर के होने के चांस अधिक रहते हैं जिसके लिए महिलाओं को माहवारी के 01 सप्ताह या 10 दिन के बाद अपनी जांच अवश्य करनी चाहिए। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी दी कि जनपद में 01 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक स्तन कैंसर जागरूकता माह मनाया जाएगा इसमें जनपद के समस्त आयुष्मान आरोग्य शिविरों में सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिन का तरीका सिखाया जाएगा और साथ ही सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिन हेतु प्रशिक्षण तथा महिलाओं की स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग भी की जाएगी जिसमें सभी सी.एच.ओ. ए.एन.एम.को अपने-अपने क्षेत्र में होने वाली वी.एच.एन.डी. व वी.एच.एन.सी. में महिलाओं को सामुदायिक गतिविधियों के द्वारा सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिन का तरीका सिखाया जाएगा। इस दौरान एन.सी.डी. कंसल्टेंट स्वेता गुसाईं, सी.एच.ओ.मेघा, स्नेहा, शिवांगी सहित अन्य विभागीय महिला कर्मी मौजूद रही।
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