राजकीय महाविद्यालय जयहरीखाल में ‘स्वच्छता ही सेवा’ के तहत आयोजित हुआ कार्यक्रम

◆ नमामि गंगे टीम के सदस्यों को वितरित की गई कैप व टीशर्ट

कोटद्वार। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नमामि गंगे के तत्वाधान में कचरा मुक्त घाट एवं कचरा मुक्त भारत के तहत आयोजित कार्यक्रम में भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल में नमामि गंगे टीम के सदस्यों को टी शर्ट व कैप वितरित की गई।

शनिवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल में ‘स्वच्छता ही सेवा’ के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो. डॉ. एसपी मधवाल द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। प्राचार्य डॉ. मंधवाल ने उपस्थित सभी छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम एक एकीकृत संरक्षण मिशन है। यह वर्ष 2014 के जून माह में केंद्र सरकार द्वारा ‘फ्लैगशिप कार्यक्रम’ के रूप में अनुमोदित किया गया था ताकि प्रदूषण के प्रभावी उन्मूलन व राष्ट्रीय नदी गंगा के संरक्षण एवं कायाकल्प के दोहरे उद्देश्यों को पूरा किया जा सके।

उन्होंने कहा यह कार्यक्रम जल संसाधन मंत्रालय, नदी विकास, गंगा संरक्षण विभाग तथा जल शक्ति मंत्रालय के तहत संचालित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) और इसके राज्य समकक्ष संगठनों यानी राज्य कार्यक्रम प्रबंधन समूहों (एसपीएमजीएस) के द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा “स्वच्छता ही सेवा” पखवाड़ा 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलाया जा रहा है।

कार्यक्रम में हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डॉ. उमेश ध्यानी द्वारा गंगा और इसकी सहायक नदियों के महत्त्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा कि भौतिक सम्पदा का रख रखाव मनुष्य के हाथों में है। हमें इसकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेनी बेहद जरूरी है।

कार्यक्रम का संचालन नमामि गंगे नोडल अधिकारी वरुण कुमार द्वारा किया गया। इस दौरान नमामि गंगे टीम के सदस्यों को टी शर्ट व कैप वितरित की गई। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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