श्रीनगर(चन्द्रपाल सिंह चन्द)। अटल भारत सम्मान फाउंडेशन के तहत मां डेन्टल क्लीनिक इन्टरप्राइसेस में विश्व जल दिवस के अवसर पर 22 मार्च शुक्रवार को वर्चुअल के माध्यम से जल संवर्धन पर एक विचार गोष्ठी के आयोजन के साथ ही जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें वरिष्ठ वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये।
शुक्रवार को आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि जल ही जीवन है व जल के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है। जल संरक्षण और जल के रख रखाव को लेकर दुनिया भर में लोगों में जागरूकता फैलाने के हेतु 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है।
विश्व जल दिवस के मौके पर अटल भारत सम्मान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम राणावत ने कहा कि हमें भारत वर्ष में स्वच्छ एवं सुरक्षित जल की उपलब्धता सुरक्षित करवाने के साथ ही जल संरक्षण के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित करना है। उन्होंने कहा कि ब्राजील में रियो डी जेनेरियो में वर्ष 1992 आयोजित पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विश्व जल दिवस मनाने की पहल की गई थी। वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र ने अपनी सामान्य सभा के द्वारा निर्णय लेकर इस दिन को वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाने का निर्णय लिया। वर्ष 1993 में पहली बार विश्व जल दिवस मनाया गया व संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1992 में अपने एजेंडा 21 में रियो डी जेनेरियो में इसका प्रस्ताव दिया था। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार लगभग चार बिलियन लोग वर्ष में कम से कम एक महीने के लिए पानी की भारी कमी का अनुभव करते हैं।
विश्व जल दिवस के मौके पर डॉ.नवीन सिंह कंडारी ने अपने विचार रखें जिसमें उन्होंने सभी जीव जन्तुओं के पीने, जीवित रहने, पेड़ पौधों के लिए व खेती करने आदि के लिए जल की आवश्यकता होती है। दुनिया भर में कई ऐसी जगह हैं जहां पानी की कमी बनी रहती है। दुनिया में लोग जाने अनजाने में पानी की बर्बादी करते हैं और बहुत जल्द सभी को पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
इस मौके पर राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी गबर सिंह भण्डारी ने कहा कि आज जल का अनावश्यक दोहन हो रहा है। बढ़ती जनसंख्या और औद्योगीकरण के कारण पानी की खपत में बढ़ोतरी हुई है। विश्व भर में सभी देशों में जल के संरक्षण उपयोगिता और महत्व को समझाने के लिए और बढ़ते जल संकट की ओर सबका ध्यान आकर्षित करने को है।
इस अवसर पर डॉ. डी.पी.तोमर ने कहा कि पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। पृथ्वी पर मानव जीवन के साथ साथ सभी जीवधारियों, पशु पक्षियों व पर्यावरण सभी के लिए जल अनिवार्य है।
इस अवसर पर अटल भारत सम्मान फाउंडेशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. पीएस प्रजापति ने कहा कि पृथ्वी के सभी जीवो एवं वनस्पतियों के लिए जल एक बहुमूल्य सम्पदा है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। जल का व्यर्थ उपयोग हमारे जीवन को संकट में डाल सकता है। जनसंख्या और औद्योगीकीकरण के कारण दुनिया के सभी देश पर जल संकट आ रहा है। इसलिए अति जल प्रभाव को रोकना, विनाश को रोकना वर्ष के जल को सुरक्षित करना अति आवश्यक है।
इस अवसर पर जसपाल सिंह नेगी जिलाध्यक्ष नेशनलिस्ट यूनियन यूनियन आफॅ जर्नलिस्ट्स, नरीलाल निर्वेद्र, जयप्रकाश पत्रकार, प्रदीप कुमार पत्रकार, अभिषेक घिल्डियाल, डॉ.जतिन कुमार, डॉ.स्मिता बड़थ्वाल, दुर्गेश फौजी, पवन बंसल, हरीश बहुगुणा, सूरत चौहान, राजेश कुमार व कु.रोशनी आदि वक्ता मौजूद रहे।
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