
संदीप बिष्ट
कोटद्वार। पहाड़ी क्षेत्रों में 8 एवं 13 अगस्त को लगातार हुई अतिवृष्टि एवं बादल फटने के घटना ने कोटद्वार के अधिकांश क्षेत्र को प्रभावित किया। जिसमें नदी में आई बाढ़ ने मुख्यत: कोटद्वार क्षेत्र के कौड़िया, रतनपुर,गवाईं स्रोत,गाडीघाट ,काशीरामपुर तल्ला तथा सनेह क्षेत्र में तांडव मचाया। जिससे नदी के तट पर अतिक्रमण कर बसे कई मकान नदी में समा गए जिस कारण सैकड़ों लोग राहत शिविरों तथा सड़क के किनारे टेंट लगाकर जीने को मजबूर हुए है। स्थानीय प्रशासन ने आपदा पीड़ितों को कोटद्वार क्षेत्र के वेडिंग पॉइंटों,गुरुद्वारा,स्कूलों में राहत शिविर में ठराया है। वहीं पीड़ितों के खान पान की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन से लेकर कई समाज सेवी संस्थाएँ आगे आकर कर रही है। तो वहीँ बाढ़ आपदा पीड़ितों की हर संभव मदद के लिए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। बाढ़ आपदा के बाद फैलने वाले संक्रमण की रोकथाम के लिए 8 अगस्त को उन्होंने जिला स्तर के स्वास्थ्य से लेकर अन्य विभाग के संबंधित अधिकारीयों को निर्देशित किया। जिसके परिणाम स्वरुप स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर आपदा ग्रसित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
जिसमे विभाग द्वारा प्रतिदिन कोटद्वार के विभिन्न आपदाग्रस्त क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से शिवपुर क्षेत्र में 44,परमेश्वरी वेडिंग पॉइंट में 44 ,रतनपुर स्थित मातोश्री वेडिंग पॉइंट में 67,काशीरामपुर तल्ला में 135,कौड़िया में 153 तथा रविवार को आयोजित हुए शिविर में 106 लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें औषिधियां वितरित की गई। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण के निज़ी सचिव उत्कर्ष पांडेय ने जानकारी दी की 11 अगस्त से निरंतर आयोजित होने वाले स्वास्थ्य शिविर में लगभग 800 से अधिक आपदा पीड़ितों ने लाभ लिया तथा आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में डेंगू से बचाव के लिए फोगिंग भी की जा रहे है। कहा की विधानसभा अध्यक्ष द्वारा यमकेश्वर तथा अन्य आपदा ग्रस्त क्षेत्र के पीड़ितों की निरंतर जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी तथा कोटद्वार क्षेत्र की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कोटद्वार से ली जा रही है तथा डेंगू एवं अन्य वायरल बीमारियों के उपचार के लिए रविवार के दिन भी डॉक्टर नियमित अस्पताल में सेवाएँ प्रदान कर रहे है। साथ ही जानकारी दी की नगर निगम एवं तहसील की ओर से लकड़ी पड़ाव, आमपड़ाव, कौड़िया,ग्रास्टनगंज,गाड़ीघाट एवं काशीरामपुर तल्ला क्षेत्र में डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा। वहीँ स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से जांच कर रही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की डॉ.रंजना सिलोड़ी ने जानकारी दी की कैंप में आने वाले ज़्यादातर मरीज़ आई फ्लू,डेंगू तथा वायरल इन्फेक्शन से पीड़ित थे। जिन्हें बीमारी के अनुसार दवाईयाँ वितरित की गई।