
नजीबाबाद। कभी कभी किताबी बातें और फिल्मी गीत ऐसे कुछ लिख जाते हैं जों समय सच कर दिखा देता है वहीं एक गाना जिसमें साथ जिएंगे साथ मरेंगे होंगे ना एक दूसरे से जुदा यह कुछ ऐसी इबारत है जो दिल को दहलाने वाली है और एक परिवार के तीन सगे भाइयों को मौत का ग़म क्या होता है यह परिवार ही जान सकता है
विगत दिनों अफ़ज़ल गढ़ क्षेत्र की पीली नदी में धर वापसी कर रहे तीन सगे भाइयों की अचानक नदी में तेज़ बहाव पानी आने से डूबने से दर्दनाक मौत हो गई थी और भारी मशक्कत के बाद गोताखोर तलाश करते हुए तीनों शवों को बाहर निकाल लिया था जब तीनों को बाहर निकाला गया था तो तीनों भाई एक साथ थे
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और रात को ही पोस्ट मार्टम करा दिया गया था वहीं एक परिवार से तीन सगे भाइयों की मौत पर एक साथ तीन अर्थियां उठी तो सभी का दिल दहल गया और तीनों को एक साथ चिता पर रखा गया तो श्मशान घाट पर लोगों ने यह दृश्य देखकर आंखें बंद कर ली और कहा कि इतना बुरा दिन गांव में कभी नहीं देखा गया और पुरे गांव में मातम पसरा हुआ है