संदीप बिष्ट
कोटद्वार। पर्वतीय तथा कोटद्वार के आस पास क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी वर्षा और बादल फटने की घटनाओं से नदी एवम गदेरों के किनारे बसे लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं। 8 अगस्त की रात को हुई अतिवृष्टी ने कोटद्वार के अधिकांश क्षेत्रों मे जल तांडव मचाया था। जिससे कोटद्वार देवी रोड का आवागमन बाधित रहा, कोटद्वार से रतनपुर को जोड़ने वाला पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से कई गांवों का संपर्क कट गया,वहीं काशीरामपुर में खो नदी पर अवैध अतिक्रमण से बने दर्जनों मकानों पर तेज़ पानी के बहाव का खतरा बना रहा जिसमे 10 से 12 मकान बह गए थे। उधर पनियाली स्रोत के तेज़ बहाव से कौड़िया में दो मकान जमींदोज हो गए।इस आपदा की घड़ी मे लाॅयंस क्लब डायनमिक,कोटद्वार के सदस्य ने अन्य संस्थानों के भांति मोर्चा संभाला और दैवीय आपदा की घड़ी में बीते रात से ही प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने के लिए निकल पड़े। इस अवसर पर लाॅयंस क्लब डायनामिक कोटद्वार के अध्यक्ष मुकेश बत्रा नें जानकारी दी की बीती रात को कौड़िया कैम्प के सौ से अधिक प्रभावित लोगों को पार्षद सुभाष पाण्डेय के सहयोग से क्लब सदस्य समाजसेवी अजय भाटिया के टूरिस्ट प्लाजा वैडिंग प्वाइंट में ठहराया गया। कहा की पार्षद सुभाष पांडे के अथक प्रयासों से रात की भोजन की व्यवस्था की गई । तो वहीं लाॅयंस क्लब ने सुबह तथा दिन के भोजन एवम् जल की व्यवस्था की। कहा की वहीँ पुनः 13 अगस्त को बादल फटने और अतिवृष्टि की पुनर्वृति ग्रास्टनगंज,बेहड़ा स्रोत तथा काशीरामपुर तल्ला क्षेत्र के 30 से अधिक मकानों पर कहर बनकर टूटी। जिस कारण लोग बेघर होने को मजबूर हो गए और पीड़ितों के लिए खाने पीने की समस्या उत्पन्न हो गई।
ऐसी स्थिति में आपदा ग्रस्त क्षेत्र वासियों के ठहरने तथा भूख प्यास की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए प्रशासन से लेकर कई समाज सेवी संगठन आगे आकर पीड़ितों को राहत देने के लिए राहत शिविर से लेकर जल पान की व्यवस्था कर रहे है। साथ ही कहा की आपदा की इस घड़ी में सभी लोगों को घरों से बहार निकल कर आपदा प्रभावितों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। कहा की लायंस क्लब डायनामिक रात दिन आपदा प्रभावितों की मदद कर रहा है और हमेशा तैयार भी है। इस अवसर पर डाॅक्टर अनिल मोहन,अजय भाटिया, सौरभ शर्मा सहित अन्य क्लब सदस्य मौजूद रहे।