“वैभव भाटिया का हेड बॉय से पीएचडी स्कॉलर तक का सफर”
संदीप बिष्ट
कोटद्वार। उत्तराखंड की पहाड़ियों में जैसे ही सूरज डूबता है, महत्वाकांक्षा से भरा एक युवा छात्र क्षितिज से परे इंतजार कर रहे विशाल अवसरों के बारे में कल्पना करते हुए उसे पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हुए आगे बढ़ता है। आज हम बात कर रहे हैं आयरलैंड की यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन के पीएचडी स्कॉलर और कोटद्वार के मशहूर बिजनेसमैन एवं वरिष्ठ समाज सेवी अजय भाटिया (अज्जू भाटिया) के बेटे वैभव भाटिया की। वैभव ने यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन, आयरलैंड और कृषि, खाद्य और समुद्री विभाग द्वारा आयोजित पीएचडी छात्रवृत्ति परीक्षा पास की और वर्तमान में शत प्रतिशत छात्रवृत्ति का लाभ लेते हुए पीएचडी शिक्षा अर्जित कर रहा है। बता दें भारतीय मुद्रा के अनुसार आयरलैंड के यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन में 4 वर्ष की पीएचडी का कुल खर्च 1 करोड़ रुपए तक है।
वैभव ने बताया की उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि उनकी यात्रा उन्हें कोटद्वार के स्कूल की कक्षाओं से यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन, आयरलैंड के शिक्षा जगत के गलियारों तक ले जाएगी। पीएचडी छात्र वैभव भाटिया की अकादमिक उत्कृष्टता की राह जितनी प्रेरणादायक है उतनी ही उल्लेखनीय भी। उनकी यात्रा कोटद्वार के डी.ए.वी पब्लिक स्कूल के हेड बॉय से शुरू हुई जहां उन्होंने नेतृत्व और समर्पण का प्रदर्शन करते हुए अपने भविष्य के प्रयासों के लिए मंच तैयार किया। अपनी स्कूली शिक्षा पूर्ण करने के बाद, वैभव ने अकादमिक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन जारी रखा और नई दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। हालाँकि, वैभव की महत्वाकांक्षाएँ उसकी मातृभूमि की सीमाओं से कहीं आगे तक फैली हुई थीं। ज्ञान की निरंतर खोज और अकादमिक उत्कृष्टता की चाह से प्रेरित होकर, वह यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन में पीएचडी करने के लिए सत प्रतिशत छात्रवृत्ति का लाभ लेते हुए शिक्षा अर्जित करने के लिए आयरलैंड की यात्रा पर निकल पड़े। अपनी शैक्षणिक यात्रा के दौरान, वैभव ने शोध के क्षेत्र में ज्ञान की सीमाओं को निरंतर आगे बढ़ाया है। वैभव के द्वारा प्रकाशित कई पत्रों में स्वंय की कड़ी मेहनत और समर्पण परिलक्षित है, जो अकादमिक समुदाय के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करती हैं।
शोध के प्रति के जुनून ने वैभव को कई अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेने के अवसर प्रदान किये , जहाँ उन्होंने न केवल अपना कार्य प्रस्तुत किया है, बल्कि दुनिया भर के साथियों और विशेषज्ञों के साथ मिलकर अपने शैक्षणिक अनुभव को और समृद्ध किया। वैभव के निरंतर और उत्कृष्ट योगदान के सम्मान में, उन्हें यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉलेज डबलिन से प्रतिष्ठित एडवांटेज पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया है।
वैभव शिक्षा जगत में जैसे जैसे नए आयाम स्थापित कर रहे हैं, उनकी यात्रा दृढ़ता, समर्पण और उत्कृष्टता की निरंतर खोज को प्रमाणित कर रही है। कोटद्वार में अपनी सामान्य शिक्षा की शुरुआत से लेकर वर्तमान में यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन में एक पीएचडी स्कॉलर तक की कहानी दुनिया भर के छात्रों के लिए एक प्रेरणा है, जो आज युवा पीढ़ी को प्रेरित करती है की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ, कुछ भी असंभव नहीं है। वैभव अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपने पिता तथा पुरे परिवार को देते हुए कहा की उनके सहयोग और आश्रीवाद के बिना मंजिल को पाना संभव नहीं था। साथ ही कहा की पिता ने स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा पाने के लिए हमेशा प्रेरित किया और कभी भी किसी भी प्रकार की कमी महसूस नहीं होनी दी।