संदीप बिष्ट
कोटद्वार। पहाड़ी क्षेत्र में हो रही निरंतर अतिवृष्टि एवं बादल फटने की घटनाओं से इन दिनों नगर निगम कोटद्वार का अधिकांश क्षेत्र सहमा हुआ है। 8 अगस्त मंगलवार को हुई बादल फटने और अतिवृष्टि की घटना ने कोटद्वार के अधिकांश क्षेत्र में तबाही मचा दी थी जिससे कोटद्वार को रतनपुर लालपानी से जोड़ने वाला पुल का अप्रोच पानी में समाने से सड़क के दोनों छोर की आवाजाही बाधित हो गई थी। तो वहीँ काशीरामपुर तल्ला में एक दर्जनों से अधिक एवं कौड़िया के दो मकान नदी में समा गए थे। लगातार हो रहे अतिवृष्टि से आपदा ग्रसित क्षेत्र के अन्य मकानों के लिए ख़तरा भी बढ़ गया था। वहीँ पुनः 13 अगस्त को बादल फटने और अतिवृष्टि की पुनर्वृति ग्रास्टनगंज,बेहड़ा स्रोत तथा काशीरामपुर तल्ला क्षेत्र के 30 से अधिक मकानों पर कहर बनकर टूटी। जिस कारण लोग बेघर होने को मजबूर हो गए और पीड़ितों के लिए खाने पीने की समस्या उत्पन्न हो गई। ऐसी स्थिति में आपदा ग्रस्त क्षेत्र वासियों के ठहरने तथा भूख प्यास की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए प्रशासन से लेकर कई समाज सेवी संगठन आगे आकर पीड़ितों को राहत देने के लिए राहत शिविर से लेकर जल पान की व्यवस्था कर रहे है। इसी क्रम में पर्यावरण संरक्षण तथा युवाओं को खेलों के प्रति जागृत करने वाली समाज सेवी संस्था कड़क पहाड़ी खेल प्रोत्साहन समिति ने आपदा पीड़ितों की सेवा के लिए आगे कदम बढ़ाये है। इस अवसर पर कड़क पहाड़ी खेल प्रोत्साहन समिति के अध्यक्ष बबलू नेगी “कड़क पहाड़ी” ने जानकारी दी की समिति बिना जातीय एवं समुदाय भेद भाव के अपने कार्यालय में 35 लोगों के लिए सुबह से लेकर रात तक भोजन तैयार कर पीड़ितों में वितरित कर रही है। भोजन तैयार करने से लेकरवितरण में कड़क पहाड़ी टीम के सदस्य शिवचरण धस्माना,अमित बलोधी,आयुष गुलाठी,सुभम कश्यप,राजीव,सूरज रावत,दिवस जखमोला शिव इलक्ट्रोनिक,वरिष्ठ समाज सेवी संजीव थपलियाल,सुनील रावत “माठू”,राकेश कश्यप,विवेक कश्यप आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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