संदीप बिष्ट
कोटद्वार। गढ़वाल सर्वोदय मंडल एवम कण्वाश्रम ग्राम स्वराज्य समिति के संयुक्त तत्वाधान में राजेश्वरी करुणा बोक्षा जनजाति बालिका विद्यालय हलदुखाता में एक सभा का आयोजन किया गया। सभा में सर्वोदय मंडल के संस्थापक ,भूदान आंदोलन के प्रणेता भारतरत्न आचार्य विनोवा भावे की 129 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। महात्मा गांधी, विनोवा भावे व जयप्रकाश नारायण के चित्रों के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सर्वोदय विचारों के प्रवाह हेतु गांधीवादी वयोवृद्ध सूर्यनारायण पांडे को ”विनोवा भावे स्मृति सम्मान-2024″ से सम्मानित करते हुए सम्मान स्वरूप पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र भेंट किया गया। कार्यक्रम के दौरान एमकेवीएन कंवघाटी की छात्रा कुमारी कृष्णा को नशाबंदी पर दिए गए प्रभावशाली भाषण के लिए पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह भेंट कर प्रोत्साहित किया गया। वहीं एमकेवीएन स्कूल के निदेशक प्रकाश चंद्र कोठारी की अध्यक्षता में सभा को संबोधित करते हुए गढ़वाल सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र लाल आर्य ‘सर्वोदयी पुरूष’ ने कहा कि महात्मा गांधी की प्रेरणा से आचार्य विनोवा भावे ने 13 मार्च 1948 को सर्वोदय समाज का गठन किया। कहा की सर्वोदय समाज के गठन का उद्देश्य सत्य व अहिंसा पर आधारित ऐसा समाज का निर्माण हो जिसमें जात-पात का भेद भाव ,किसी को शोषित करने का अवसर न मिले तथा क्षमता व सर्वधर्म समभाव का विस्तार हो। साथ ही समूह व व्यक्ति दोनों को विकास करने का पूरा अवसर मिले। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवम आशाकिरण नशा मुक्ति केंद्र के संस्थापक जनार्दन बुडाकोटी ने कहा कि आचार्य विनोवा भावे ने 1951 में भूदान की स्थापना की जिससे पूरे देश में भूमिधरों से भूमि दान स्वरुप लेकर भूमिहीनों में आबंटित की गई। कहा कि विनोवा भावे के योगदान को स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा । सभा में लक्ष्मी देवी, कैप्टन पीएल खंतवाल (सेनि), डॉ.बी सी शाह, मंजू रावत, रिपुदमन बिष्ट, शूरवीर खेतवाल,विनय रावत, इंदु नौटियाल, धर्मपाल सिंह बिष्ट आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। सभा मे पूर्व प्रधान अनिल कुमार,दीपा देवी, दीपक कुकरेती, नेत्र सिंह रावत, डॉ. गीता रावत शाह, बृजेन्द्र सिंह , प्रियांशी आदि मौजूद रहे।
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