देहरादून। मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत सामाजिक संस्था फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी ने वृद्धावस्था के दौरान मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का आयोजन गौरी ओल्ड एज होम, अंबिवाला में किया गया जिसमें वृद्धाश्रम में निवासरत और बाहर से आये हुए बुजुर्गों को बढ़ती उम्र में होने वाली मानसिक बीमारियों तथा उनकी रोकथाम की जानकारी दी गई।
मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल और बेहतर स्वास्थ्य बनाये रखने के लिए मनोवैज्ञानिक डॉ. पवन शर्मा (द साइकेडेलिक) ने कई प्रभावी तरीके बताये। डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि बढ़ती हुई उम्र में शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य को बनाये रखना एक बड़ी चुनौती होती है और यदि इन चुनौतियों का सामना जागरूकता के साथ किया जाये तो बुढ़ापे में भी बेहतर स्वास्थ्य लाभ लिया जा सकता हैं। जानकारी दी की संतुलित आहार, मानसिक और शारीरिक हल्के व्यायाम से और खुद को दिन भर व्यस्त रख कर मस्तिष्क और शरीर को अधिक क्रियाशील रखा जा सकता है। उन्होंने पहेलियों और रोचक खेलों के माध्यम से प्रतिभागी बुजुर्गों के साथ दिमागी और शारीरिक चुस्ती बनाये रखने के तरीके बताये। इस अवसर पर भूमिका भट्ट, विभा भट्ट, राहुल भाटिया, एडवोकेट कुलदीप भारद्वाज, पूनम नौडियाल, सुनिष्ठा सिंह और प्रतिभा जोशी ने भी संवाद किया और कार्यशाला में योगदान दिया।