हेली सेवा से श्री केदारनाथ के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को किराए में मिलेगी 25 प्रतिशत की छूट
संदीप बिष्ट
रुद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारघाटी में अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान, रेस्क्यू कार्यों और यात्रा को दोबारा सुचारु करने को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा करने रुद्रप्रयाग पहुंचे। केदारघाटी पहुँचने से पूर्व पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। केदारघाटी पहुँचने के बाद मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू एंड रिलीफ ऑपरेशन से संबंधित आधिकारी-कर्मचारियों की समीक्षा बैठक ली जिसमे उन्होंने यात्रा मार्ग से जुड़े सभी विभागों की समीक्षा करते हुए अतिवृष्टि के कारण हुई क्षति तथा विभागों द्वारा यात्रा आरंभ करने को लेकर किये जा रहे प्रयासों तथा तैयारियों की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने मीडिया को जानकारी दी की अतिवृष्टि से 29 स्थानों पर हुए भूस्खलन से पैदल व सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त पेयजल व विद्युत लाइनों सहित सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान तथा कई स्थानों पर दूरसंचार सेवाएं बाधित होने की बात कही। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी की अतिवृष्टि की घटना के बाद से ही जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों, पंडा समाज, तीर्थ पुरोहित, धार्मिक व सामाजिक सरोकारों से जुड़े संगठन आपदा में फंसे हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे है तथा 12 हजार से अधिक यात्री और स्थानीय लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। साथ ही जिलाधिकारी को यात्रा आरंभ करने को लेकर स्थानीय लोगों के सुझाव और सहायता लेने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री धामी ने कहा की रेस्क्यू अभियान लगभग पूर्ण हो चुका है और सरकार व जिला प्रशासन का ध्यान अतिवृष्टि से प्रभावित हुए जनजीवन, प्रभावित क्षेत्र तथा भूस्खलन की चपेट में आए सड़क मार्गों को दुरुस्त करने के साथ ही वैकल्पिक मार्गों पर भी फोकस किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने स्थानीय लोगों ,चौमासी प्रधान मुलायम सिंह, रुद्रप्रयाग प्रधान संगठन अध्यक्ष सुभाष रावत, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी सहित कठिन परिस्थितियों में प्रशासन और सरकार का राहत कार्यों में सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया तथा आपदा प्रभावितों को राहत पहुँचाने के लिए चिनूक व एमआई 17 हेलीकॉप्टर सहित अन्य सहायता उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए राहत एवं बचाव कार्यों में जिला प्रशासन को तत्परता से सर्च व रेस्क्यू ऑपरेशन करने के निर्देश दिए।
साथ ही जनपद प्रभारी मंत्री, स्थानीय विधायक,जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों से आपदा प्रभावितों के सामान्य जनजीवन के लिए सामूहिक प्रयास से कार्य करने की अपील की। कहा की श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को पुनः संचालित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और यात्रा बुधवार से हेली माध्यम से पुनः संचालित की जाएगी जिसमे हेली सेवा के माध्यम से केदारनाथ दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किराए में 25 प्रतिशत छूट दी जाएगी।
इस अवसर पर पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज पांडेय, सचिव आपदा विनोद सुमन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग अमरदेई शाह, विधायक रुद्रप्रयाग भरत चौधरी, राज्यमंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा भाजपा आशा नौटियाल, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।