• कुंभीचौड़ रतनपुर को जोड़ने वाले गाड़ीघाट के क्षतिग्रस्त एप्रोच मार्ग तथा मालन नदी के हल्दुखाता किशनपुर-सिगड्डी वैकल्पिक मार्ग का किया स्थलीय निरीक्षण।
• आपदाग्रस्त क्षेत्र में बाधित हुई सड़क कनेक्टिविटी को युद्ध स्तर पर बहाल करने तथा प्रभावित लोगों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश।
संदीप बिष्ट
कोटद्वार।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय विधायक कोटद्वार एवं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण के साथ संयुक्त रूप से कोटद्वार में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान गाड़ीघाटी के कुंभीचौड – रतनपुर को जोड़ने वाला पुल का एप्रोच मार्ग को तेजी से सुधार करने को कहा तथा मालन नदी पर हल्दूखाता- किशनपुर -सिगड्डी मार्ग का स्थलीय निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल कनेक्टिविटी को बहाल करने के निर्देश दिए।
साथ ही संबंधित अधिकारियों को विभिन्न स्थानों पर बाधित हुई सड़क कनेक्टिविटी को युद्ध स्तर पर बहाल करने तथा विभिन्न स्थानों पर आपदा से प्रभावित हुए लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी को दुरुस्त करने तथा वहां पर आवश्यकता के अनुसार फागिंग -चूना छिड़काव करवाना सुनिश्चित करने विभिन्न क्षेत्रों में आपदा से हुई विभिन्न प्रकार की क्षति का व्यापक रूप से आकलन करने के भी निर्देश दिए। मुख्य मंत्री ने कहा की हमारा पहला प्रयास राज्य में मानसूनी बरसात से जो चीजें अस्त व्यस्त हुई है उनको सामान्य करना है तथा आपदा से प्रभावित लोगों को प्राथमिक रूप से उनकी आवश्यकता के अनुरूप त्वरित सहायता और राहत प्रदान करना है। तो वहीँ विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की मुख्यमंत्री द्वारा आज स्वयं आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया गया है और शीघ्रता से सामान्य स्थिति बहाल करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
इस दौरान जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर सुयाल, उप जिला अधिकारी प्रमोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कार्मिक उपस्थित रहे।