विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने विधानसभा भवन में ध्वजारोहण कर ली परेड की सलामी
संदीप बिष्ट
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा भवन देहरादून में उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण करने के पश्चात परेड की सलामी ली। ऋतु खण्डूडी ने ध्वजारोहण के बाद प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बलिदान देने वाले वीरों, शहीदों की शहादत को याद किया। कहा कि यह दिन न केवल हमारे देश की आज़ादी का जश्न मनाने का दिन है, बल्कि यह हमें उन बलिदानों की भी याद दिलाता है, जिनके संघर्षो से हमे आज़ादी मिली है। यह भी याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने किस प्रकार से अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्रता की अमूल्य धरोहर सौंपी है। उन सभी बलिदानों को महान आत्मा की संज्ञा देते हुए कवि प्रदीप की लिखी चंद पंक्तियों को दोहराया:
ऐ, मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का, लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने हैं प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो, जो लौट के घर ना आए,
ऋतु खण्डूडी ने कहा की हाल ही में देश की रक्षा करते हुए उत्तराखंड के वीर जवान सूबेदार आनंद सिंह, हवलदार कमल सिंह, राइफलमैन अनुज नेगी, राइफलमैन आदर्श नेगी, नायक विनोद सिंह ने देश के लिए अपनी सहादत दी और कल ही एक ओर दुःखद खबर आई की हमारे देश की रक्षा के लिए उत्तराखंड राज्य के वीर 25 वर्षीय कैप्टन दीपक सिंह ने कश्मीर के डोडा जिले में आतंकियों से लोहा लेते हुए देश के लिए शहादत दी।
ऋतु खण्डूडी भूषण ने प्रधानमंत्री मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को राष्ट्रीय लक्ष्य के साथ ही प्रत्येक भारतीय के सपनों और आकांक्षाओं का प्रतिबिंब बताया है। कहा की विकसित भारत के निर्माण में उत्तराखंड बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्यूंकि उत्तराखंड के प्रत्येक व्यक्ति में राष्ट्र सेवा की भावना कूटकूट कर भरी हुई है और यह भावना विकसित भारत के निर्माण में एक मजबूत आधार प्रदान करेगी। विधानसभा अध्यक्ष ने केरल के वायनाड बाढ़ और उत्तराखंड के बूढ़ाकेदार, तिंगाढ़-तोली, जागेश्वर, मुनस्यारी में बादल फटने पर अपना दुःख जताया और प्रभावितों के प्रति अपने संवेदनाएं व्यक्ति की। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा की इस प्रकार की पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देती है, बल्कि मातृत्व और महिलाओं के सम्मान को भी एक नई ऊंचाई देती है। विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा सचिवालय में ई विधानसभा को लेकर जानकारी देते हुए जानकारी दी की उत्तराखण्ड विधानसभा अब ई-विधानसभा होने जा रही है। नेशनल ई- विधान एप्लीकेशन (नेवा) योजना के तहत नवंबर-दिसंबर माह में होने वाले शीतकालीन सत्र से ई-विधानसभा शुरू करने की तैयारी है। देहरादून और गैरसैण विधानसभा भवन में ई- विधानसभा के लिए मरम्मत और नवीनीकरण के कार्य चल रहे हैं। इस नई पहल से विधानसभा को और भी अधिक पारदर्शी, सुलभ और प्रगतिशील बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। कहा की ई-विधानसभा का उद्देश्य न केवल कार्यप्रणाली को डिजिटल बनाना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि हमारे जनप्रतिनिधियों और जनता के बीच संवाद और सूचनाओं की उपलब्धता सुगम हो और विधानसभा का हर कार्य अब डिजिटल रूप में होगा, जिससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि समय की भी बचत होगी। इससे न केवल हमारे विधायकगण, बल्कि जनता को भी विधानसभा की गतिविधियों के बारे में सटीक और त्वरित जानकारी प्राप्त होगी। विधानसभा अध्यक्ष ने कार्मिकों से अपील कि सभी ईमानदारी एवं कर्तव्य निष्ठा से अपने दायित्व एवं कार्यों का निर्वहन करें एवं प्रदेश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। कार्यक्रम के अंत में विधानसभा अध्यक्ष ने उपस्थित बच्चों को मिष्ठान और पुरस्कार वितरित किए और विधानसभा सचिवालय में चल रहे निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया ।