गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर अंकिता ध्यानी का कोटद्वार में हुआ भव्य स्वागत
संदीप बिष्ट
कोटद्वार। पेरिस ओलिंपिक 2024 में भारत देश का प्रतिनिधित्व कर देश लौटी भारतीय एथिलेट का कोटद्वार में भव्य स्वागत किया गया। कोटद्वार पहुँचने से पूर्व अंकिता ध्यानी , सूरज पँवार तथा परमजीत सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके निवास में भेंट की जहाँ मुख्यमंत्री द्वारा देश का नाम रोशन करने के लिए तीनो को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को भरोसा दिलाया की राज्य सरकार और प्रदेश की जनता पूर्ण रूप से उनके साथ खड़ी है इसलिए देश तथा प्रदेश का नाम रोशन करने के लिए आने वाली प्रतियोगिताओं में पूरे समर्पण भाव से अपने खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करें।
पहाड़ी की बेटी ने गांव की पथरीली पगडंडियों और खेतों में अपने पैरों को मजबूती देकर कड़ी मेहनत की और पेरिस ओलंपिक 2024 की 5000 मीटर दौड़ में प्रतिभाग कर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया। इससे पूर्व अंकिता 2023 में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 5000 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीत चुकी है। यही नहीं इंडियन ग्रैंड प्रिक्स में 5000 और 1500 मीटर की इवेंट में अंकिता ने स्वर्ण मेडल जीत चुकी है । नेशनल फेडरेशन कप में भी अंकिता ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। अपने एथलेटिक्स करियर में अंकिता 11 स्वर्ण सहित करीब 15 रजत और कांस्य पदक जीत चुकी है। प्रदेश के पौड़ी जिले के जयहरीखाल ब्लॉक के छोटे से गांव मेरूड़ा की बेटी जिसे आज देश “गोल्डन गर्ल” के नाम से जानता है का कोटद्वार पहुँचने पर भव्य स्वागत किया गया। गोल्डन गर्ल देहरादून से सीधे कोटद्वार के पूर्व सैनिक सुनील रावत के होटल यू.के15 पहुंची जहाँ गोल्डन गर्ल का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। होटल से निकलने के बाद गोल्डन गर्ल जिप्सी में सवार होकर ढ़ोल नगाड़ों के साथ वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के पौत्र शैलेन्द्र सिंह बिष्ट गढ़वाली के कार्यालय पहुंची जहाँ कोटद्वार की जनता द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया।
गोल्डन गर्ल को देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में कार्यक्रम स्थल पहुंचे। अंकिता ने अपनी कामियाबी का पूरा श्रेय अपने किसान पिता के विश्वास तथा गुरुजनों ,अनुशासित खेल तथा प्रदेश के लोगों को आश्रीवाद स्वरूप दिए गए सहयोग को दिया। अंकिता ध्यानी की प्रेरणा स्रोत और शिक्षिका रिद्धि भट्ट ने कहा की विषम परिस्थितियों में स्वयं की पहचान बनाने का सपना लिए ग़रीब किसान महिमानंद ध्यानी व लक्ष्मी देवी की पुत्री “गोल्डन गर्ल “अंकिता ने सपनों को साकार कर दिखाया। कहा की आज पहाड़ी की बेटी ने युवा प्रतिभाओं को कड़ी मेहनत से दम पर कोई भी मुकाम कैसे हाँसिल किया जा सकता है यह सिद्ध कर दिखाया है।
वहीं पूर्व खेल शिक्षक एवं अंतर्राष्ट्रीय कोच सुनील रावत ने कहा की अंकिता ने प्रत्येक युवा को अपनी मंजिल को पाने के लिए कड़ी मेहनत और अनुशासन का मन्त्र दिया है। कठिन परिस्तिथियों को दर किनार कर गोल्डन गर्ल ने जिस प्रकार विश्व पटल पर देश तथा प्रदेश का नाम रोशन किया है यह आज के सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है।