आज प्रदेश बीपीएड/ एमपीएड संगठन की प्रदेश कार्यकारिणी की एक वर्चुअल बैठक प्रदेश अध्यक्ष जगदीश पांडे की अध्यक्षता में की गई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष द्वारा (बीपीएड ) व्यायाम शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सरकार द्वारा जो लीपापोती की जा रही है वह बहुत संदेहास्पद है प्रदेश में रोजगार की आस करते हुए लगभग हमारे 5000 बीपीएड बेरोजगार उम्र सीमा को पार कर गए हैं लेकिन आज 18 वर्षों में सरकारें आती रही और जाती रही लेकिन सरकारें आश्वासन के सिवा नियुक्ति को नहीं दे पाई ।बड़े ही दुख से कहना पड़ रहा है कि उत्तराखंड राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला पहला राज्य तो बन गया लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शारीरिक शिक्षा विषय को बहुत ही महत्वपूर्ण बिंदु बनाया गया है जिसको सरकार द्वारा आज तक लागू नहीं किया गया है और ना ही लागू करने की मंशा दिख रही है साथ ही प्रदेश अध्यक्ष महोदय द्वारा यह भी बताया गया कि व्यायाम शिक्षकों की भर्ती के लिए प्राथमिक स्तर से नियमावली में भी संशोधन व साथ ही शारीरिक शिक्षा विषय कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया जाना चाहिए और व्यायाम प्रवक्ता पदों पर भी शीघ्र नियुक्ति होनी चाहिए प्रदेश में अगले वर्षों में राष्ट्रमंडल खेलों का भी आयोजन होना है जिसको लेकर सरकार बिल्कुल भी चिंतित नहीं दिख रही है प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चंद्र पांडे व बेरोजगारों द्वारा बताया गया कि अगर शीघ्र से शीघ्र प्रदेश के व्यायाम शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सरकार शीघ्र नियमावली में संशोधन कर विज्ञप्ति व शासनादेश जारी नहीं करती है तो प्रदेश के समस्त बीपीएड एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार जून के प्रथम सप्ताह में मुख्यमंत्री आवास, व शिक्षा मंत्री आवास पर धरने में बैठेंगे व आत्मघाती कदम उठाने को विवश होंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी वर्चुअल बैठक में भाग लेने वालों में अर्जुन लिंगवाल ,पंकज बासु ,संजय त्रिपाठी, संजय कोरंगा, धर्मेंद्र, दीपक ,अनिल राज, प्रवीण राजपूत ,संजय कोरंगा, अब्बल सिंह राणा, जगबीर बुडेरा, जालम सिंह, विजय चौहान, मातबर भारती, अजीत पायल, रजनीश ,सुरेश ध्यानी, बलदेव, रमेश,हर्षवर्धन, कविता बनकोटी,अमित , मीना पन्त, सुषमा , कविता व करीबन 75 बेरोजगारो ने वर्चुअल बैठक में भाग लिया