बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 88 यूनिट हुआ रक्तदान
संदीप बिष्ट
कोटद्वार । मोटाढांग स्थित बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन वरिष्ठ समाज सेवी एवं बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य गिरिराज सिंह रावत द्वारा अपने माता पिता की स्मृति में पंजीकृत सामाजिक संस्था विमला कुंदन सेवाग्राम ट्रस्ट एवं भारत के राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थानों में से एक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान,(एम्स ) ऋषिकेश के सहयोग से किया गया। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का प्रातः 10: 00 बजे से दोपहर 3: 00 बजे तक आयोजित किया गया। रक्तदान महा दान कर पुण्य के भागीदार बनाने के लिए 120 लोगो द्वारा पंजीकरण करवाया गया जिसमे 88 रक्तदानी रक्तदान करने में सफल हुए।सीनियर रेजिडेंट डॉ. प्रदीप बनर्जी के मार्गनिर्देशन में जूनियर रेजिडेंट प्रियंका एच् राठौर ,जूनियर रेजिडेंट मेघा तोमर , जनसंपर्क अधिकारी नफत नदीम ,राम प्रसाद बैरवा सीनियर नर्सिंग अधिकारी , तकनीकी अधिकारी मोहन लाल भट्ट ,अमित कुमार प्रयोगशाला सहायक ,राहुल छात्र , सफाई कर्मी विनोद आदि द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया।
रक्तदान महादान, जीवन दान के भाव से गिरिराज सिंह रावत ने पुनः वृद्धावस्था में स्वैच्छिक रक्तदान कर मिसाल पेश की तथा उन युवाओं को भी सन्देश देने का प्रयास किया जो रक्तदान महादान को गंभीरता से नहीं लेते है। रक्तदान के पश्चात गिरिराज सिंह रावत ने कहा की मानव सेवा का दायित्व सभी को निभाना चाहिए। रक्त ईश्वर का बनाया हुआ है इसे जितनी बार दिया जायेगा वह दूसरों के लिए तो फलदायक होता ही है और साथ में रक्तदाता के स्वयं के स्वास्थ्य लिए भी कई प्रकार से लाभदायक सिद्ध होता है।
इस अवसर पर रक्तपुरष दलजीत सिंह ने कहा की यह सफल रक्तदान शिविर था परन्तु यह भी चिंतन का विषय है की 120 लोगों में से केवल 88 लोग ही रक्तदानी बन पाए। युवा अवस्था में हिमोग्लोबिन का काम होना एक चिंता का विषय है जिसपर हम सबको ध्यान देना होगा।