चमोली। जनपद चमोली में 9वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय गोपेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी डॉ. ललित नारायण मिश्र, विशिष्ट अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस दौरान हथकरघा क्षेत्र में समर्थ योजना के तहत प्रशिक्षण पूरा करने पर 15 बुनकर महिलाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर हथकरघा उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। भारत सरकार द्वारा प्रगति मैदान, नई दिल्ली में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता आयोजित कार्यक्रम में जनपद की चार बुनकरों अनीता कण्डारी ग्राम मटई, सुनीता वर्मा चमोली, विमला देवी भीमतला तथा जयश्री चमोली ने प्रतिभाग किया। मुख्य अतिथि ने बुनकरों एवं उद्यमियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हथकरघा उद्योग ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अभिन्न अंग है और बुनकरों को सशक्त बनाने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार कई योजनाएं चला रही है।
उन्होंने कहा कि बुनकर योजनाओं का लाभ उठाएं और नई पीढ़ी को भी हथकरघा व्यवसाय की जानकारी देकर व्यापार को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को भी प्रेरित करते हुए स्थानीय और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने पर जोर दिया।
इस दौरान वर्ष 2021-22 में हस्तशिल्प में ग्राम छिनका की बुनकर महिला आशा देवी को प्रथम पुरस्कार 6 हजार व प्रशस्त्रि पत्र तथा ग्राम रौलीग्वाड़ की बुनकर महिला को 4 हजार व प्रशस्ति पत्र दिया गया। जबकि हथकरधा में नेग्वाड़ की विनीता परमार को प्रथम पुरस्कार के तहत 6 हजार व प्रशस्त्रि पत्र तथा ग्राम छिनका की मौली देवी को द्वितीय पुरस्कार के तहत 4 हजार का पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिया गया। वर्ष 2022-23 में हस्तशिल्प में जोशीमठ के राम गोपाल को प्रथम पुरस्कार 6 हजार और प्रशस्ति पत्र तथा विरही की नर्वदा देवी को द्वितीय पुरस्कार 4000 व प्रशस्त्रि पत्र दिया गया।
जबकि हथकरघा में मटई की अनीता कण्डारी को प्रथम पुरस्कार 6 हजार व प्रशस्ति पत्र तथा विरही के इन्द्र सिंह को द्वितीय पुरस्कार 4 हजार व प्रशस्ति पत्र दिया गया। इस अवसर पर बुनकर सेवा केन्द्र के तकनीकी अधीक्षक, अक्षय पांडेय सहित जनपद के बुनकर मौजूद रहे।